AKARSH GOYAL A GREAT TRAVELLER AND MOUNTENIAR - आकर्ष गोयल एक महान पर्वतारोही
पंजाब में बठिंडा के आकर्ष गोयल ने पूर्वी नेपाल के हिमालय श्रृंखला स्थित अमा डबलाम और आइलैंड पीक/इमजा त्से नामक दो ऊंची चोटियों को फतेह किया है।इस कीर्तिमान के साथ वह ऐसा करने वाले पहले पंजाबी युवक बन गए हैं।आकर्ष पंजाब के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अभियान के दौरान दो चोटियों पर चढ़ाई पूरी की हो।
आकर्ष गोयल ने माउंट अमा डबलाम में 6812 मीटर और 22350 फीट की सीधी चढ़ाई 29 अक्टूबर 2022 को पूरी की।जबकि आइलैंड पीक/इमजा त्से में 6160 मीटर और 20210 फीट की चढ़ाई 21 अक्टूबर 2022 को पूरी की।
आकर्ष गोयल ने इस अभियान को चुनौतीपूर्वक बताते हुए कहा कि अमा डबलाम तकनीकी तौर पर काफी कठिन पर्वत है।उन्होंने कहा कि पंजाब से इस चोटी को फतेह करने वाले वह पहले व्यक्ति हैं।चढ़ाई के दौरान उनके साथ 7 लोग और 5 शेरपा गाइड की टीम थी।अभियान को काठमांडू से शुरू कर इसे पूरा करने में 1 महीने का समय लगा।आकर्ष ने दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति से कामयाबी हासिल करना बताया।
आकर्ष गोयल ने इस अभियान से पहले उन्होंने 3 महीने की कठिन ट्रेनिंग की।इस टारगेट को हासिल करने से पहले अच्छा कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस, सहनशक्ति व ताकत हासिल करना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने रूटीन में रनिंग, साइकिलिंग, क्रॉसफिट, रेसिस्टेंस और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की।जिम्नासियो(फेज 3 बठिंडा) के हैरी धनोइया ने ट्रेनिंग ली।इस दौरान एक कस्टम वर्क आउट प्लान बनाकर अलग-अलग हार्ट रेट जोन में ट्रेनिंग की।
आकर्ष गोयल ने बताया कि बेस कैंप तक पहुंचने से पहले हमने 8-10 दिनों तक ट्रैकिंग कर लगभग 100 किमी. की कठिन दूरी तय की।कैंप 1 से कैंप 2 तक का मार्ग तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण मार्ग था।पर्वतारोही मार्ग के इस हिस्से को 4.11 से 5.7-5.10 के बीच कहीं भी ग्रेड देते हैं।इसकी तुलना रॉक क्लाइम्बिंग ग्रेड से की जाती है और सभी गियर और उपकरण के साथ भारी बैग पैक रखना पड़ते हैं।कैंप 3 में पहुंचने से पहले लगातार ऊपर जाना था।इस बिंदु तक पर्वतारोही रात में 5-6 घंटे पहले ही चढ़ाई कर चुके थे।
आकर्ष ने पिरामिड के ठीक नीचे पहुंच कर शिखर डबलाम ढलान के ऊपर स्थित है।शिखर पर पहुंचने से पहले बेहद कठिन रास्ता था।उन्होंने रात 11 बजे चढ़ाई शुरू कर पूरी रात हेड लाइट का इस्तेमाल किया।फिर सुबह 10:30 बजे शिखर पर पहुंचे।अमा डबलाम का शिखर चौड़ा है।दिन साफ था और वह माउंट देख सकते थे।
शिखर पर तापमान 25 डिग्री से 35 डिग्री के आसपास और हवाएं 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक चल रही थी।गर्माहट के लिए विशेष डाउन सूट और मोजे व दस्तानों के अलावा ताजा बर्फ पिघला कर पानी का बंदोबस्त किया।आकर्ष ने कहा कि वह भारत और पंजाब को गौरवान्वित करने के लिए भविष्य के अभियानों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।DC बठिंडा सौकत अहमद परे ने आकर्ष गोयल को बधाई देते हुए उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया।
आकर्ष गोयल जी के हौसले को नमन।संपूर्ण सेठ समाज को आप पर गर्व है।भगवान श्री नृसिंह महाराज की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहे।