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Monday, March 2, 2015

भारतीय पुरातन विज्ञान



1.) यदि हमारा ज्ञान-विज्ञान एवं इतिहास इतना गौरवशाली एवं समृद्ध है तो भारत के छात्रों को इस जानकारी से वंचित क्यों रखा जाता है ???

(2.) अंको का आविष्कार भारत में 300 ई. पू. हुआ। (Pro. O. M. Mathew, Bhavan's Journal)

(3.) शून्य (जीरो, शिफर) का आविष्कार भारत में ब्रह्मगुप्त ने किया।

(4.) अंकगणित का आविष्कार 200 ई. पू. भास्कराचार्य ने किया। (Encyclopaedia Britannica)

(5.) बीजगणित का आविष्कार भारत में आर्यभट्ट ने किया। (Encyclopaedia Britannica)
(6.) सर्वप्रथम ग्रहों की गणना आर्यभट्ट ने 499 ई. पू. में की।(Jewish Encyclopaedia)
(7.) मोहनजोदडों व हडप्पा में मिले अवशेषों के अनुसार भारतीयों को त्रिकोणमिति व रेखागणित का 2500 ई. पू. में ज्ञान था।
(8.) जर्मन लेखक थॉमस आर्य के अनुसार सिन्धु घाटी सभ्यता में मिले भार-माप यन्त्र भारतीयों के दशमलव प्रणाली के ज्ञान को दर्शाते हैं।
(9.) समय और काल की गणना करने वाला विश्व का पहला कैलेण्डर भारत में लतादेव ने 505 ई. पू. सूर्य सिद्धान्त नामक अपनी पुस्तक में वर्णित किया।
(10.) न्यूटन से भी पहले गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त भास्कराचार्य ने प्रतिपादित किया था। (Jewish Encyclopaedia)
(11.) 3000 ई. पू. लोहे के प्रयोग के प्रमाण वेदों में वर्णित है, अशोक स्तम्भ भारतीयों के तत्त्वज्ञान का स्पष्ट प्रमाण है। (The Current Science)
(12.) सिन्धु घाटी सभ्यता में मिले प्रमाण सिद्ध करते हैं कि भारतीयों को 2500 ई. पू. ताम्बे तथा जस्ते की जानकारी थी।
(13) विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं एवं रासायनिक रंगों का प्रयोग पाँचवी शताब्दी में भारत द्वारा किया गया। (National Science Center, New Delhi)
(14.) विश्व का सबसे पहला औषधि विज्ञान भारतीयों ने आयुर्वेद के रूप में किया। चरक ने 2500 वर्ष पूर्व औषधि विज्ञान को आयुर्वेद के रूप में संकलित किया।
(15.) लिम्बा बुक ऑफ रिकाॉर्ड्स के अनुसार 400 ई. पू. सुश्रुत (भारतीय चिकित्सक) ने सर्वप्रथम प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग किया।
(16.) राईट ब्रदर्स से भी अनेक वर्ष पूर्व महर्षि दयानन्द सरस्वती के पटु शिष्य श्री बापूजी तलपदे महाराष्ट्र निवासी ने मुम्बई के चौपाटी स्थान पर वैदिक विधि से बना वर्तमान युग का प्रथम विमान बनाकर उडाया था।
आइए, वर्षों से भारतीयों को अनेक ज्ञान से वंचित रखने के लिए चलाए जा रहे इस सुनियोजित षड्यन्त्र का हम सब मिलकर प्रतिकार करें।

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