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Tuesday, July 30, 2013

भारतीय मीडिया हिंदू विरोधी क्यों हैं?





क्या आप जानते है की कोई मीडिया समूह हिन्दू या हिन्दू संघठनो के प्रति इतना बैरभाव क्यों रखती है. -भारत में चलने वाले न्यूज़ चैनल, अखबार वास्तव में भारत के है ही नहीं… 

सन २००५ में एक फ़्रांसिसी पत्रकार भारत दौरे पर आया उसका नाम फ़्रैन्कोईस था उसने भारत में हिंदुत्व के ऊपर हो रहे अत्याचारों के बारे में अध्ययन किया और उसने फिर बहुत हद तक इस कार्य के लिए मीडिया को जिम्मेवार ठहराया. फिर उसने पता करना शुरू किया तो वह आश्चर्य चकित रह गया की भारत में चलने वाले न्यूज़ चैनल, अखबार वास्तव में भारत के है ही नहीं… फीर मैंने एक लम्बा अध्ययन किया उसमे निम्नलिखित जानकारी निकल कर आई जो मै आज सार्वजानिक कर रहा हु. विभिन्न मीडिया समूह और उनका आर्थिक श्रोत…
१- दि हिन्दू … जोशुआ सोसाईटी, बर्न, स्विट्जरलैंड, इसके संपादक एन राम, इनकी पत्नी ईसाई में बदल चुकी है.

२- एन डी टी वी… गोस्पेल ऑफ़ चैरिटी, स्पेन, यूरोप

३- सी.एन.एन, आई.बी.एन.७, सी.एन.बी.सी… १००% आर्थिक सहयोग द्वारा साउदर्न बैपिटिस्ट चर्च

४- दि टाइम्स ऑफ़ इंडिया, नवभारत, टाइम्स नाउ… बेनेट एंड कोल्मान द्वारा संचालित, ८०% फंड वर्ल्ड क्रिस्चियन काउंसिल द्वारा, बचा हुआ २०% एक अँगरेज़ और इटैलियन द्वारा दिया जाता है. इटैलियन व्यक्ति का नाम रोबेर्ट माइन्दो है जो यु.पी.ए. अध्यक्चा सोनिया गाँधी का निकट सम्बन्धी है.

५-हिन्दुस्तान टाइम्स, दैनिक हिन्दुस्तान… मालिक बिरला ग्रुप लेकिन टाइम्स ग्रुप के साथ जोड़ दिया गया है...

६- इंडियन एक्सप्रेस… इसे दो भागो में बाट दिया गया है, दि इंडियन एक्सप्रेस और न्यू इंडियन एक्सप्रेस (साउदर्न एडिसन) - Acts Ministries has major stake in the Indian express and later is still with the Indian कौन्तेर्पर्त

७- दैनिक जागरण ग्रुप… इसके एक प्रबंधक समाजवादी पार्टी से राज्य सभा में सांसद है… यह एक मुस्लिम्वादी पार्टी है.

८- दैनिक सहारा .. इसके प्रबंधन सहारा समूह देखती है इसके निदेशक सुब्रोतो राय भी समाजवादी पार्टी के बहुत मुरीद है

९- आंध्र ज्योति..हैदराबा­द की एक मुस्लिम पार्टी एम् आई एम् (MIM ) ने इसे कांग्रेस के एक मंत्री के साथ कुछ साल पहले खरीद लिया

१०- स्टार टीवी ग्रुप…सेन्ट पीटर पोंतिफिसिअल चर्च, मेलबर्न,ऑस्ट्रे­लिया

११- दि स्टेट्स मैन… कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया द्वारा संचालित

इस तरह से एक लम्बा लिस्ट हमारे सामने है जिससे ये पता चलता है की भारत की मीडिया भारतीय बिलकुल भी नहीं है.. और जब इनकी फंडिंग विदेश से होती है है तो भला भारत के बारे में कैसे सोच सकते है... अपने को पाक साफ़ बताने वाली मीडिया के भ्रस्ताचार की चर्चा करना यहाँ पर पूर्णतया उचित ही होगा,,,, बरखा दत्त जैसे लोग जो की भ्रस्ताचार का रिकार्ड कायम किया है उनके भ्रस्ताचरण की चर्चा दूर दूर तक है, इसके अलावा आप लोगो को सायद न मालूम हो पर आपको बता दू की ये १००% सही बात है की NDTV की एंकर बरखादत्त ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है....
प्रभु चावला जो की खुद रिलायंस के मामले में सुप्रीम कोर्ट में फैसला फिक्स कराते हुए पकडे गए उनके सुपुत्र आलोक चावला, अमर उजाला के बरेली संस्करण में घोटाला करते हुए पकडे गए.

दैनिक जागरण ग्रुप ने अवैध तरीके से एक ही रजिस्ट्रेसन नो. पर बिहार में कई जगह पर गलत ढंग से स्थानीय संस्करण प्रकाशित किया जो की कई साल बाद में पकड़ में आया और इन अवैध संस्करणों से सरकार को २०० करोड़ का घटा हुआ....

दैनिक हिन्दुस्तान ने भी जागरण के नक्शेकदम पर चलते हुए यही काम किया उसने भी २०० करोड़ रुपये का नुकशान सरकार को पहुचाया इसके लिए हिन्दुस्तान के मुख्य संपादक सशी शेखर के ऊपर मुक़दमा भी दर्ज हुआ है.. शायद यही कारण है की भारत की मीडिया भी काले धन, लोकपाल जैसे
मुद्दों पर सरकार के साथ ही भाग लेती है.....

सभी लोगो से अनुरोध है की इस जानकारी को अधिक से अधिक लोगो के पास पहुचाये ताकि दूसरो को नंगा करने वाले मीडिया की भी सच्चाई का पता लग सके....

.वन्दे मातरम् —

साभार : 

भारतीय योद्धा मंचफेस बुक वाल से ....

4 comments:

  1. हा हा हा
    साल का सबसे मजेदार जोक कह सकते है इसे |मै तो टीवी चैनलो पर धर्म कर्म खासकर हिन्दू धर्म से जुड़े धर्म कर्म कांड को देख परेशान थी , जोतिषी , ग्रहण और तीज त्यौहार पर तो मानो इन्ही टीवी चैनलो पर ही आया है , मुझे तो सोचना पडेगा की मिडिया को हिन्दू विरोधी कहूँ या जरुरत से ज्यादा हिंदूवादी कहूँ | आप की दी जानकारी इतनी कमजोर है की एक बार TO लगता है आप ने खुद उसे चेक करने की जरुरत नहीं समझी , दैनिक जागरण के लोग बीजेपी से कितने जुड़े है और कौन कौन बीजेपी से संसद में गया है जरा वो भी पता करे , एन डी टीवी के लोग हमेसा से ही कम्युनिष्ट रहे है जब प्रणव जी दूरदर्शन पर आते थे तब से उन्हें चर्च से PAISE लेने की जरुरत नहीं है , यदि आप कहते की विदेशी कंपनियों ने इनमे पैसे लगाये है तो कुछ बात हजम भी होती | क्या ईसाई हो जाना हिन्दू विरोधी होता है , तब तो हिन्दू होना जरुर मुस्लिम और ईसाई विरोधी होना होता होगा , हद है मेल से मिले इन दो कौड़ियो के झूठे KHABARO को एक बार दिमाग लगा कर खुद पढ़ा करे फिर आगे बढ़ाया करे , चर्च जितना मिडिया में पैसा लगाएगा है उससे आधे में ही आदिवासियों को हिन्दू से ईसाई बना लेता है |
    हा हा हा हा हा हा

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    1. ansumala...tumko to is desh me rah kar bhi hindu birodhi hona ashcharayajanak hai....kripya apana naam aur dharm change kar lo... tum jaise logo ke liye hindustaan me koi jagah nahi...ruk jao 2014 ke baad tumahare jaise logo ko bahar ka ratsa dikhana hi aprega....

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    2. rahi baat media ki ye to sase neech kism ki media hai...ye congress ke haatho bik chuki hai...kewal dikhawe ke liye aur jab kuchh khabar nahi rahati to jyotishi logo ko samane tv par dikhate hai..inka koi man se hindu dharm par koi ashta nahi hai...sayad tum jaisi aurte hi desh ko badnaam karti hai...dhikkaer ho tum ko

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  2. bahut hi achha and satya par aadharit lekh hai

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