मुस्लिम राष्ट्र मलेशिया का राष्ट्रीय महाकाव्य हिकायत सेरी रामा है। यह रामायण का मलय भाषा का प्रतिरूप है। इसमें राम को सेरी राम और सीता को सीती देवी कहा गया है। वहां के राष्ट्रपति और मंत्री सेरी राम पादुका धूलि के नाम पर अपने पद की शपथ लेते हैं और समूचा शासन श्रीराम के नाम पर चलाते हैं। यहां तक कि यदि वहां पर कोई बड़ी मस्जिद बनानी होती है तो उसकी राजाज्ञा सेरी राम पादुका के नाम पर जारी की जाती है। इस्लामिक देश होने के बावजूद वहां के राष्ट्रपति को राजा परमेश्वर और उनकी पत्नी को राजा परमेश्वरी के नाम से पुकारा जाता है।
वहां के 9 सुल्तानों के प्रत्येक के दूसरे पुत्र का नाम लक्ष्मण रखा जाता है बौद्ध देश थाईलैंड की राजधानी का नाम पहले अयुथ्या था। जिसे बाद में मॉडर्न लुक देने के लिए बैंकाक कर दिया गया। वहां के सबसे बड़े शहर का नाम लवपुरी है। वहां का राष्ट्रीय महाकाव्य रामकीयन है, जोकि रामायण का ही थाई प्रतिरूप है। थाईलैंड के राजा अपने नाम के साथ राम शब्द जरूर जोड़ते हैं। साउथ ईस्ट एशिया के देश लाओस का नाम भगवान श्री राम के बड़े बेटे लव के नाम पर पड़ा। जो बाद में बिगड़ते- बिगड़ते लव से लाओस हो गया।
बर्मा देश का नाम भगवान ब्रह्मा के नाम पर रखा गया। सिंगापुर का नाम संस्कृत से निकले सिंहों के देश के नाम पर सिंगापुर रखा गया। अरब कंट्री ब्रुनेई की राजधानी का नाम हनुमान के नाम पर बांदर श्री भगवान रखा गया है। वर्ष 1997 में आयोजित हुए दक्षिण पूर्वी एशियाई खेलों के शुभंकर हनुमान थे। दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कंबोडिया देश के अंगकोरवाट शहर में है
दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम राष्ट्र इंडोनेशिया का राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह गरुड़ और सरकारी एयरलाइन गरुड़ एयरलाइन है। वहां की सरकारी करंसी पर दिवंगत राष्ट्रपति सुकार्णो के साथ गणेश का फोटो छपा रहता है। इंडोनेशिया की राजधानी का नाम राम की लंका विजय के उपलक्ष्य में जयकर्ता रखा गया था। जो धीरे - धीरे बिगड़कर जकार्ता हो गया। वहां के राष्ट्रीय महाकाव्य रामायण और महाभारत हैं।
देश की सभी यूनिवर्सिटियों में स्टूडेंट्स के लिए इन दोनों महाग्रंथों को पढ़ना अनिवार्य है। इंडोनेशिया में कई द्वीपों का नाम रामायण के पात्रों पर है। यहां पर लक्ष्मण की माता सुमित्रा के नाम पर सुमात्रा और सुग्रीव के नाम पर सुरब्य द्वीप व बाली द्वीप हैं। वहां के लोगों को अपनी इस विचित्र स्थिति पर कोई विरोधाभास भी प्रतीत नहीं होता है। वे गर्व से बताते हैं कि हमारा मजहब इस्लाम है लेकिन संस्कृति रामायण है। हम इसे किसी सूरत में नहीं छोड़ सकते।
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